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ताजमहल से जुड़े 14 ग़ज़ब रोचक तथ्य

Amazing Facts about TajMahal In Hindi…..

आज हम बात करेगे एक ऐसी इमारत की जिसे प्यार की निशानी कहा जाता है जिसका नाम है ताजमहल. जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते है. आज हम आपको घर बैठे ताज़महल में ऐसी बातें बताएगें जो इसे देखकर आने वाले लोगो को भी नही पता होती.. तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं…

1. हिंदुओ के अनुसार ताजमहल एक शिव मंदिर है जिसका असली नाम है “तेजोमहालय“. क्योकिं किसी भी मुस्लिम देश में ऐसी कोई इमारत नही है जिसके नाम में महल आए. ‘महल’ मुस्लिम शब्द नही हैं. ऐसी ही और भी कई बातें हैं.

2. विश्व के सात अजूबों में शामिल ताजमहल को बनाने में 22 साल लगे थे. इसे बनाने का काम 1632 में शुरू हुआ और 1653 में खत्म हुआ. इसे पूरा करने में लगभग 22,000 मजदूरों का हाथ था.

3. यदि इतिहास पर नजर डाली जाए तो ताज़महल शाहजहाँ ने बनवाया था. शाहजहाँ ने कुल 7 शादियाँ की थी और ताज़महल का निर्माण अपनी चौथी बेगम मुमताज़ की याद में करवाया था. मुमताज़ की मौत 14वें बच्चें को जन्म देते हुए हुई थी. मुमताज की मौत के बाद शाहजहाँ ने उसकी बहन से शादी कर ली थी.

4. World War II, 1971 भारत-पाक युद्ध और 9/11 के हमले के बाद ताज़महल को बांस के घेरों से ढक दिया था. ताकि ताजमहल को क्षति से बचाया जा सके.

5. सफेद ताजमहल बनने के बाद शाहजहाँ का सपना था कि वह अपने लिए एक ऐसा ही काला ताज़महल भी बनवाएँ. लेकिन उनके बेटे औरंगजेब ने उन्हें घर में ही कैद कर दिया और उसका सपना पूरा नही हो सका.

6. बचपन से सुनते आए है, कि शाहजहाँ ने ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ काट दिए थे, ताकि वो कोई दूसरा ताजमहल ना बना सकें. लेकिन ये एक अफवाह सी लगती है क्योकिं “अहमद लौहरी” जिसने ताजमहल बनाने वाले दल में काम किया था, ने लाल-किले के निर्माण में सहयोग किया था.

7. शाहजहाँ चाहता था कि ताज़महल में कोई कमी नही रहें.. लेकिन ताजमहल में एक छेद है जिसका पानी सीधा मुमताज़ की कब्र पर गिरता हैं. कहा जाता है कि जब कारीगरों के हाथ काटने का आदेश दिया गया तब एक कारीगर ने यह छेद किया था. ताजमहल में एक कमी ये भी है कि दीवारों पर बने 11 नक्काशीदार पिल्लरों में से एक का आकार गोल है बल्कि बाकी दस तिकोनी डिजाइन में हैं.

8. यदि आपसे पूछा जाए कि ताजमहल ऊँचा या कुतुब मीनार ? तो आप कहेंगे कुतुब मीनार. लेकिन आपको बता दे कि ताजमहल, कुतुब मीनार से 5 फुट ऊँचा हैं

9. 1632 में ताजमहल को बनाने में 3.2 करोड़ रूपए खर्च हुए थे. लेकिन यदि आज ताज़महल बनाया जाता तो लगभग 6800 करोड़ रूपए खर्च होते.

10. आपको शायद मेरी तरह अजीब लगे, ताज़महल लकड़ियों पर खड़ा हुआ है. ये ऐसी लकड़ी है जिसे मजबूत रहने के लिए नमी की जरूरत होती है जो यमुना नदी से मिलती रहती हैं.

11. ताज़महल के चारों मीनारों को इस तरह से बनाया गया है, कि चाहे भूकंप आए या बिजली गिरे ये बीच वाले गुबंद पर नही गिरेगी.

12. ताजमहल दुनिया में सबसे ज्यादा देखी जाने वाली इमारत है. हर रोज पूरी दुनिया से लगभग 12,000 लोग इसे देखने आते हैं.

13. ताज़महल को बनाने में 28 अलग-अलग पत्थरों का इस्तेमाल किया गया. इसमें लगा हुआ संगमरमर पत्थर राजस्थान, चीन, अफगानिस्तान और तिब्बत से आया था. ताजमहल की सजावट का समान ले जाने के लिए 1,000 हाथियों का इस्तेमाल किया गया था.

14. ताज़महल का रंग बदलता है सुबह देखने पर गुलाबी, रात को दुधिया सफेद और चाँदनी रात को सुनहरा दिखाई देता हैं. लेकिन बढ़ते प्रदूषण के कारण ताजमहल का रंग हल्का पीला पड़ने लगा है इसलिए इसके आसपास पेट्रोल और डीजल के वाहन बंद है.

 

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