
आजकल हम सभी लोग सोशल मीडिया तथा यूट्यूब पर बागेश्वर धाम के काफी सारे वीडियोस देख रहे हैं जिसमें हम श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के चमत्कार के बारे में काफी कुछ जान रहे हैं जो लोगों की समस्याओं का निवारण करने का काम करते हैं तो आज हम Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj के बारे में इस पोस्ट में आपको बताएंगे जिनके बारे में सोशल मीडिया पर ही नहीं अपितु आजकल देश विदेश से भी कई लोग उनके पास अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार में यह लोगों के मन की बात को पहले ही जान लेते हैं इसके पीछे का कारण धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गुरु प्रेरणा को बताते हैं जिसकी भी अर्जी लगनी होती है पहले से ही उनके बारे में पूरी जानकारी इनको आभास हो जाती है जिस कारण यह सामने वाले की जानकारी बताते हैं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री सनातन हिंदू धर्म के बारे में प्रचार करते हैं इसी कारण से कई हिंदू विरोधी लोग भी इनको गिराने का काम कर रहे हैं।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज की कई सारी वीडियोस दोस्तों मैं भी कभी कबार देख लेता हूं क्योंकि जो चमत्कार वह बताते हैं और लोगों की समस्या का निवारण करते हैं वह कहीं ना कहीं हमें एक विश्वास दिलाता है कि आज भी दिव्य शक्तियां मौजूद है और यह शक्तियां श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के माध्यम से इस संसार में लोगों की समस्याओं का निवारण करने का काम कर रही है।
श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज को कई लोग हनुमान जी का अवतार भी मानते हैं और हजारों लोग इन्हें काफी श्रद्धा के साथ पूज्यते भी है लोग Bageshwar Dham Shri Dhirendra Krishna Ji Maharaj को चमत्कारी महाराज के नाम से भी जानते हैं।
बागेश्वर धाम धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री परिचय – Dhirendra Krishna shastri Wiki
नाम | श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी |
उपनाम | बागेश्वर धाम महाराज |
प्रसिद्ध नाम | बालाजी महाराज, बागेश्वर महाराज, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री |
जन्म | 4 जुलाई 1996 |
जन्म स्थान | गड़ा, छतरपुर, मध्य प्रदेश |
धर्म | हिन्दू |
पिता का नाम | राम कृपाल गर्ग |
माता का नाम | सरोज गर्ग |
दादाजी का नमा | भगवान दास गर्ग |
भाई-बहन | शालिग्राम गर्ग जी महाराज (छोटा भाई), एक बहन |
जाति | पंडित |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
शैक्षिक योग्यता | कला वर्ग में स्नातक |
भाषा | बुंदेली, संस्कृत, हिंदी, अंग्रेजी |
व्यवसाय | सनातन धर्म प्रचारक, कथावाचक, दिव्य दरबार, प्रमुख बागेश्वर धाम, यूट्यूबर |
गुरू | श्री दादा जी महाराज सन्यासी बाबा |
नेटवर्थ | 19.5 करोड़ |
धीरेन्द्र कृष्ण कौन है ?
इनका जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गड़ा नामक गांव में हुआ। इनके पिता का नाम राम करपाल गर्ग और माता का नाम सरोज गर्ग है। इन्होंने अपने बचपन गड़ा गांव में ही बिताया है। इन्होंने अपने जीवन में सबसे पहले अपने दादा से सीखना शुरू किया था जिसका नाम भगवान दास गर्ग था। इन्होंने ही धीरेन्द्र को रामायण और भागवत गीता पढ़ना सीखाया। धीरेन्द्र का परिवार गरीब था।
धीरेन्द्र वृंदावन में जाकर कर्मकांड पढ़ना चाहते थे लेकिन उनके पिता के पास पैसे नहीं थे इसलिए वो नहीं जा पाए। इसके बाद धीरेन्द्र मंदिर में बैठकर ही हनुमान की ध्यान करते थे।
आज वे बागेश्वर धाम में महाराज/पुजारी है। यहां हनुमान जी का दव्य दरबार लगता है। धीरेन्द्र कृष्ण यहां प्रवचन देते है। भारी संख्या में श्रद्धालु आते है और इनके प्रवचनों को सुनते है। इसी कारण इन्हें बागेश्वर महाराज और बालाजी महाराज के नाम से जाना जाता है।
बागेश्वर धाम क्या है ?
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले में एक गड़ा नाम का गांव है, उसके पास बागेश्वर धाम स्थित है। यहाँ हनुमानजी का मंदिर है। इस मंदिर के पास धीरेंद्र कृष्ण के दादाजी और गुरुजी की समाधि बनी हुई है। लोग यहां मंगलवार के दिन आकर अर्जी लगाते है। मंगलवार के अतिरिक्त किसी भी दिन यहां अर्जी नहीं लगाई जाती है क्योंकि मगंलवार ही बालाजी का वार है।
इस अर्जी को लगाने के लिए लोग एक नारियल को लाल कपड़े में बांधते है और इस नारियल को अपनी मनोकामना बोलकर एक स्थान पर बांध देते है। यहां लांखों की संख्या में नारियल बंधे हुए है। नारियल को बाधंने के बाद 21 बार मंदिर की परिक्रमा लगाते है। माना जाता है कि यहाँ लगी हुई अर्जी कभी विफल नहीं होती है। यहां अर्जी लगाने के लिए बहुत सारे लोग आते है। बागेश्वर धाम में ही भव्य दरबार लगता है जहां धीरेंद्र कृष्ण प्रवचन देते है और लोगों की समस्याओं का समाधान करते है।

बागेश्वर धाम के टोकन क्या होते हैं (What is Token)
अगर कोई व्यक्ति यहां दर्शन के लिए आता है तो उसे इस बात पर गौर करना चाहिए कि, यहां पर सेवा समिति की तरफ से टोकन जारी किए जाते हैं। अगर आप पहली बार मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं तो आपको टोकन लेना होगा। जिसपर आपका मोबाइल नंबर और आपके नाम की जानकारी दर्ज होगी।
बागेश्वर धाम में दर्शन करने के लिए कैसे प्राप्त होता है टोकन (How to Get Token)
बागेश्वर धाम में जो टोकन दिए जाते हैं उसमे दर्शन का महीना और तारीख लिखी जाती है। उसके अनुसार ही आपको वहां दर्शन प्राप्त होते हैं जिसके बाद आपकी अर्जी इस धाम में लगाई जाती है। इसके बिना आप कभी भी दर्शन नहीं कर सकते।
घर बैठे लगाए अर्जी (How to Apply at Home)
ये जानकारी उन भक्तों के लिए है जो बागेश्वर धाम नहीं आ पाते। वो अपनी अर्जी घर बैठे दे सकते हैं बस उन्हें इतना करना होगा कि, एक लाल कपड़े में नारियल को बांधना होगा और ओम बागेश्वराय नम: का जाप करना होगा। इसके बाद जो भी आपके मन में प्रश्न है उन्हें बोलना होगा। इससे आपकी अर्जी बाबा तक पहुंच जाएगी और जल्द ही आपकी मनोकामना भी पूरी हो जाएगी।
बागेश्वर धाम कैसे पहुंचे (How to Reach Bageshwar Dham)
बागेश्वर धाम पहुंचने के लिए आप ट्रेन से रिजेरवेशन कराकर जा सकते हैं। इसके लिए आपको खजुराहे स्टेशन का टिकट लेना होगा। उसके बाद 20 किमी और आगे जाना होगा। क्योंकि रेल वहां तक नहीं जाती है। इसके लिए आप बस, ऑटो जैसे साधन ले सकते हैं जो आपको मंदिर तक आसानी से पहुंचा देंगे। इससे आप आसानी से वहां तक पहुंकर दर्शन कर पाएंगे।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण बने कथावाचक (Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Katha)
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण बचपन से ही की गरीबी में पले बड़े हैं। उन्हें कई चीजे पाने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। जिसके कारण वो एक ऐसा जरिया ढ़ूंढना चाहते थे। जिससे उनके परिवार की गरीबी दूर हो सके। इसलिए उन्होंने आगे बढ़कर काम करना शुरू किया। उसके बाद वो सत्यनारायण भगवान की कथा सुनाने लगे। जिसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आने लगा। जिसके बाद वो जगह-जगह जाकर कथावाचन करने लगे।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण पीठाधीश्वर कैसे बने (Dhirendra Shastri Bageshwar Baba)
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण अपने दादाजी के साथ बागेश्वर धाम में गद्दी लगाते थे। लेकिन दादाजी के समाधि लेने के बाद वो ही एक अकेले थे जो उसे संभाल सकते थे। इसलिए उन्हें वहां का पीठाधीश्वर बना दिया गया। अब वही यहां का सारा कार्यभार देखते हैं। हर मंगलवार को वो ही यहां पर हनुमान जी की आराध्ना और लोगों के संकट दूर करते हैं।
महाराज धीरेन्द्र को मिला सम्मान (Dhirendra Shastri Achievement)
बागेश्वर धाम के महाराज 1 जून से 15 जून तक ब्रिटेन यात्रा पर गए थे। जब वो लंदन पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया। जिसके बाद उन्होंने लंदन और लेस्टर शहर में जाकर श्रीमत भागवत कथा और हनुमत कथा का वाचन किया। जिसके कारण उन्हें ब्रिटिश संसद की ओर से तीन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ये तीन पुरस्कार हैं संत शिरोमणि, वर्ल्ड बुक ऑफ लंदन और वर्ल्ड बुक ऑफ यूरोप। इस पुरस्कार से सम्मानित होना अपने में ही काफी गर्व की बात है। ये पुरस्कार पाकर उन्होंने श्रीराम के जयकारे लगाए
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण के चमत्कार (Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Magic)
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण एक कथावाचक हैं। वो बागेश्वर धाम में मंगलवार को अपनी गद्दी लगाते हैं। वो लोगों को ये बताते हैं कि, जिस परेशानी में आप हैं उससे कैसे छुटकारा पाया जाए। लेकिन लोगों ने उनके लिए धारणा बनाई है कि, वो बिना बताए लोगों के मन की बात जानकर उसका समाधान कर देते हैं जो कि, सच है। जिसके कारण लोग उन्हें चमत्कारी बाबा भी कहने लगे हैं। लाखों लोग उनके पास जाकर अपनी परेशानी बताकर उनका हल जानते हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो भी यहां हाजरी लगाता है वो कभी खाली हाथ वापस नहीं लौटता है। ये हाजरी एक पर्ची के द्वारा लगाई जाती है। जिसपर भक्त सिर्फ अपना नाम लिखता है और बॉक्स में इस पर्ची को डाल देता है। जिसके बाद पर्ची निकाली जाती है और उसे बुलाया जाता है। महाराज उसके बारे में नाम पढ़कर ही सब बता देते हैं। लोगों का कहना है कि, जो भी महाराज कहते हैं अगर वो किया जाए तो कभी आपके कोई भी काम नहीं रूक सकते।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर विवाद (Dhirendra Shastri Bageshwar Baba Controversy)
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण पर कई लोगों ने अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगाया है। अभी हाल ही में सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ एक कैंपेन देखने को मिला। जिसमें उनके विरोध में बाते लिखी गई और लोगों को बताया गया कि, वो उनकी भावना के साथ कैसे खिलवाड़ कर रहे हैं। ये आरोप नागपुर की एक संस्था द्वारा लगाया गया है। जिन्होंने उनपर आरोप लगाया है उनका नाम है श्याम मानव। श्याम मानव संस्था अंध श्रद्धा उन्मूलन समिति के सदस्य हैं। उन्होंने महाराज धीरेन्द्र कृष्ण को चुनौती दी है कि, वह नागपुर आकर अपना चमत्कार दिखाएं। उन्होंने कहा की अगर महाराज धीरेन्द्र कृष्ण ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो उन्हें 30 लाख रूपये का इनाम दिया जाएगा। लेकिन महाराज धीरेन्द्र कृष्ण ने उनकी चुनौती को स्वीकार नहीं किया है।
Shri Dhirendra Krishna Ji Social Media Account
Social Media Name | User ID |
iambageshwardhamsarkar | |
@bageshwardhamsarkarofficial | |
YouTube | Bageshwar Dham Sarkar |
website | http://www.bageshwardham.com/ |
Bageshwar Dham Sarkar (Official) |
FAQs
बागेश्वर धाम के गुरु जी का नाम क्या है?
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री।
धीरेंद्र शास्त्री की उम्र कितनी है?
27 साल
धीरेन्द्र कृष्ण का जन्म कब और कहाँ हुआ ?
धीरेन्द्र कृष्ण जी का जन्म 4 जुलाई 1996 को मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के गड़ा नामक गांव में हुआ।
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण के गुरू का क्या नाम है?
महाराज धीरेन्द्र कृष्ण के गुरू उनके दादाजी का नाम भगवान दास गर्ग है।
बागेश्वर धाम में कौनसे भगवान का मंदिर है ?
हनुमान जी का।
बागेश्वर धाम कहां है?
बागेश्वर धाम मध्यप्रदेश में स्थित है।
बागेश्वर धाम में अर्जी किस वार को लगाई जाती है ?
मंगलवार को।