
रहस्यमयी शैतानी किताबें
इस मानव सभ्यता को इतिहास ने कई अनेकों ऐसी किताबें दी हैं जो उन्हें आगे के जीवन के लिए एक मार्गदर्शिका के रूप में काम करती हैं।
ये किताबें अलग-अलग जाति धर्म और संप्रदाय को मानने वाले लोगों के लिए उनके जीने का फलसफा है। हमारे अतीत से जुड़े ये किताबें आमतौर पर हमें ज्ञान, उपदेश या जीवन के रहस्यों के बारे में बताती हैं।
लेकिन इन पवित्र किताबों के अलावा इस दुनिया में कुछ किताबें ऐसी भी हैं जिन्हें बेहद रहस्यमय और खतरनाक माना जाता है। उन रहस्यमयी किताबों के बारे में माना जाता है कि इन किताबों में अनेकों ऐसी बातें लिखी गई हैं जिन्हें इंसान न ही जानें तो उसके लिए ठीक है। आज के इस लेख में हमलोग ऐसे ही 3 रहस्यमयी किताब के बारे में जानेंगे।
1. The Grand Grimoire
इस सूची के तीसरे और अंतिम नम्बर पर आता है The Grand Grimoire. इस किताब के बारे में बताया जाता है कि ये किताब एक ऐसे व्यक्ति द्वारा लिखा गया था जिसके बारे में यह कहा जाता था कि वो व्यक्ति किसी बुरी आत्मा के वश में था। इस किताब के बारे में बताया जाता है कि इसे 15 शताब्दी के शुरुआती वर्षों में लिखा गया था।
इस किताब में शैतानी आत्माओं को बुलाने और काले जादू की कई विधियों का विस्तृत वर्णन है। इस किताब में तांत्रिक क्रियाओं और शैतान के समक्ष इंसानों की बलि देने की क्रिया को भी विस्तार से समझाया गया है।
इस किताब के बारे में ऐसा माना जाता है कि यह किताब पढ़ने वाले के दिमाग पर इतना बुरा असर डालता है की जो भी व्यक्ति इस किताब को पूरा पढ़ता है वो बुरी आत्माओं के काबू में आ जाता है। यानि ये किताब उस पढ़ने वाले व्यक्ति का Brain wash कर देता है।
इस रहस्यमयी किताब को पढ़ने से होने वाले दुष्परिणामों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया कि इस किताब को लोगों की पहुँच से दूर रखा जाए।
फिर इस किताब को अनेकों तरह के तंत्र-मंत्र करने के बाद के एक गुप्त जगह पर रख दिया गया।
2. Codex Gigas (कोडेक्स गिगास)

इस किताब को के नाम से भी जाना जाता हैं। इस किताब को लेकर मान्यताएं ऐसी है कि ये किताब 13वीं शताब्दी में एक बेनेडिक्टाइन मठ में सन्यासी द्वारा लिखा गया था।
बताया जाता है कि इस सन्यासी ने अपने पंत या समुदाय के कुछ महत्त्वपूर्ण नियमों का उल्लंघन किया था, जिसके कारण के राजा ने इस सन्यासी को दीवारों में चुनवा देने का आदेश दिया था।
लेकिन दीवार में चुनवाये जाने के वक़्त उस सन्यासी ने अपने राजा के समक्ष एक प्रस्ताव रखा, सन्यासी का प्रस्ताव था कि यदि राजा उसकी जान नही लेता है तो बदले में वो सन्यासी उस राजा को एक ऐसी किताब लिखकर देगा जिसमें दुनिया का सारा ज्ञान (सम्पूर्ण ज्ञान) मौजूद होगा।
राजा ने उस सन्यासी (Monk) की शर्त को मान लिया और उसकी जान बख्स दी तथा उस सन्यासी को इस किताब को लिखने के लिए जरूरी समान मुहैया करवा दिया। लेकिन एक ही रात में एक ऐसी किताब को लिखना जिसमें दुनियाभर के बेशुमार रहस्य हो, ये काम वाकई नामुमकिन काम था।
तब उस सन्यासी ने अपने ज्ञान से शैतानी मंत्रों द्वारा Lucifer का आवाहन किया और Lucifer से अपनी आत्मा का सौदा किया तथा अपनी आत्मा का सौदा हो जाने के बाद उसने उस सन्यासी द्वारा इस किताब को लिखने में मदद की।
बताया जाता है कि इस किताब की लंबाई 36 इंच, चौड़ाई 20 इंच और यह किताब लगभग 8.5 इंच मोटी है, शुरुआत में इस किताब में 320 पेज थे। इस किताब के पन्नों के लिए घोड़ों और गधों की चमड़ी का इस्तेमाल किया गया था। इस किताब का वजन लगभग 34 किलोग्राम के आसपास है और इस किताब को बनाने में अनेकों तरह की शिल्पकारी की गई है।
इस किताब के बारे में कहा जाता है कि यह किताब मध्यकालीन युग की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक है। इसके बारे में बताया जाता है कि इसमें के अनेको अंशों और उपदेशों को लिखा गया है लेकिन इस किताब के कुछ पन्नों को पलटने के बाद शैतान की एक 19 इंच लंबी तस्वीर आपको दिखाई देगी। इस किताब में शैतान को अपने असली रूप में दर्शाया गया है।
3. The Book of Soyga
किताब को Book of Death के नाम से भी जाना जाता है। इस किताब के बारे में कहा जाता है कि ये एक बेहद रहस्यमयी किताब है। इसके बारे में ये भी बताया जाता है कि इसके इतिहास की सही-सही जानकारी आज भी किसी के पास नहीं है।
लेकिन The Book of Soyga के बारे में ऐसा माना जाता है कि इस किताब में आत्मा से जुड़े अनेक अनसुलझे रहस्यों और अनेक जादुई क्रियाओं के बारे में बताया गया है।
The Book of Soyga को एक Secret Code की भाषा में लिखा गया है। इस किताब के हर एक शब्द को एक Grid के अलग-अलग भाग में रखा गया है।
इस किताब के शब्दों का असल मतलब क्या है ये आज तक किसी को समझ नही आया। लेकिन इस किताब को लेकर ये माना जाता है कि 1552 ई. में उस समय के एक मशहूर विद्वान John Dee के पास यह किताब हुआ करती थी, बताया जाता है कि इस किताब को John Dee ने Decode करने की पूरी कोशिश की थी
The Book of Soyga में लगभग 40 हजार साल को काफी अजीबो-गरीब ढंग से लिखा गया है। जैसे-जैसे John Dee ने इस रहस्यमयी किताब के कुछ अंशों को Decode करना शुरू किया वो समझ गए थे कि यह किताब जादुई मंत्रों से भरी हुई है।
लेकिन इस किताब के कुछ ही बात को Decode करने में John Dee की पूरी उम्र बीत गई और उनके मरने के बाद यह किताब कहां गई, उसके बारे में किसी के पास कोई जानकारी नही थी। इस किताब को एक विलुप्त किताब मान लिया गया। लेकिन साल 1990 में इस किताब को अचानक British Library के एक कोने में देखा गया।
साल 1990 के आसपास ही इस किताब की एक और प्रतिलिपि को Bodleian Libraries of Oxford में बरामद हुई। इन दोनों ही जगह के Libraries के अधिकारियों का यह दावा था कि इससे पहले यह किताब उन Libraries में नहीं थी।
ये किताब आज भी इन दोनों Libraries में पड़ी हुई है और इस किताब को आज भी कोई Decode नहीं कर सका है।