रोबोट के बढ़ रहे इस प्रभाव को देखकर तो यही लगता है की इंसान अपने सारे काम रोबोट से ही करवायेगा। आईटी इन्नोवेटिव रोबोट को बनाने में लगे शोधकर्ताओँ का कहना है कि जिस तरह आज की महिलाएँ बिंदास होकर कम्प्यूटर पर पोर्न देखती हैं ठीक उसी तरह आज से कुछ सालों बाद रोबोफीलिया इतना बढ़ जायेगा कि वो बेड पर भी किसी मर्द की बजाए रोबोट के साथ रात बितायेंगी। आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस के इस उपयोग पर समाजविज्ञानियों की भौंहे टेढ़ी होने लगी हैं। उनका कहना है सरकारों को रोबोट के इस उपयोग को नियंत्रित करना चाहिए। लेकिन इंसान को मर्द और ओरतो के रिश्तो के बारे में पता होना चाहिए और इसके बीच टेक्नोलॉजी को नही लाना चाहिए।