भारत में अघोरियों की शव साधना
तमाम शहरीकरण और विकास के बावजूद ग्रामीण इलाकों में अब भी डायन, टोना-जादू, तंत्र, बलि जैसी बातों पर आंख मूंदकर विश्वास करने वाले लोग मिल जाते हैं। इसकी सबसे ज्यादा तकलीफ निरपराध स्त्रियों और मासूम बच्चों को सहनी पड़ती है। महिलाओं को डायन बताकर मारना-पीटना, अपमानित और यहां तक रेप करना भी बहुत साधारण है। इन सब बातों पर कानूनी रूप से प्रतिबंध है और ऐसा करने पर सजा का प्रावधान भी है। इसके बावजूद कभी-कभार इस तरह की घटनाएं होती ही रहती हैं। अपने देश में अघोरियों द्वारा मुर्दा खाने और श्मशान में तंत्र साधना करने के किस्से भी प्रचलित हैं।