1.मानसरोवर वो पवित्र स्थान है जिसे भगवान शिव का धाम माना जाता है। कैलाश पर्वत पर भगवान शिव साक्षात विराजमान हैं। मानसरोवर संस्कृत भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है मन का सरोवर।
2.कैलाश पर्वत समुन्द्र तल से 22068 फीट उंचा है। मानसरोवर झील से घिरा होने के कारण कैलाश पर्वत की धार्मिक महत्ता और भी अधिक बढ़ जाती है। कैलाश पर्वत तिब्बत चीन में स्थित है।
3.ये पर्वत चार नदियों से घिरा हुआ है सतलुज , ब्रहमपुत्र , सिंधु और कर्णाली।
4.कैलाश के दक्षिण भाग में हिमालय पर्वत स्थित है।
5.इसके बारे में माना जाता है के ये स्थान भोले नाथ का स्थान होने के कारण सभी ज्योतिर्लिंगों में सबसे श्रेष्ठ है और यहां पर ओंम की ध्वनी सुनाई देती है।
6.कैलाश पर्वत सबसे उंचे पर्वतों में से तो नहीं आता किन्तु यदि इस पर्वत को ध्यान से देखा जाए तो यह शिवलिंग जैसा दिखाई देता है और सालभर बर्फ से ढका रहता है।
7.कैलाश पर्वत पर भगवान शिव के निवास स्थान पर अभी तक एक बौद्ध भिक्षु पहुँच पाया था।
8.किन्तु यहां भगवान शिव वास करते हैं वहां किसी के लिए पहुंच पाना बेहद कठिन है।
9.कथाओं के अनुसार माना जाता है के यहां पर देवी सती का दायां हाथ गिरा था इसीलिए यहां पर पत्थर की एक शिला को उनका रूप मानकर पूजा की जाती है।
10.इस पर्वत पर सिखों के पहले गुरु श्री गुरु नानक देव जी रुके थे इसीलिए सिखों का भी ये पवित्र स्थान है।
11.कैलाश पर्वत पर ही माता पार्वती द्वारा भगवान शिव को पाने के लिए उन्होंने कड़ी तपस्या की थी।
12.यह पर्वत कश्मीर से लेकर भूटान तक फैला हुआ है।
13. kailash parvt yatra : कैलाश पर्वत पर जाने के लिए दो रास्ते हैं पहला उतराखंड के पिथौरगढ़ से होकर जाता है जो काफी मुश्किल रास्ता है क्योंकि इस रास्ते से ज्यादा से ज्यादा पैदल यात्रा करनी पडती है दूसरा रास्ता नेपाल की राजधानी काठमांडू से होकर जाता है। कैलाश पर्वत एक भारतीय तीर्थस्थल है यहां जाने के लिए आपको चीन की सीमा में प्रवेश करना ही पड़ता है।